बिलासपुर- मध्यभाारत में बिलासपुर रेलवे स्टेशन को बड़ा ही सम्मान के साथ देखा जाता है। बिलासपुर स्टेशन ना केवल देश में सर्वाधिक कमाई करने वाला जोन है। बल्कि स्टेशन का इतिहास रविन्द्र नाथ टैगोर,विमल मित्र से लेकर भारतीय पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी से भी जुड़ा है। मध्यभारत रेल विकास की ऐतिहासिक पायदान में बिलासपुर स्टेशन को पूर्व और पश्चिम के दो बड़े महानगरो कोलाकाता और मुम्बई को को जोड़ने का गर्व भी हासिल है।
रेलवे को देश की लाइफलाइन कहा जाता है। कहा जाता है कि आस्ट्रेलिया की आबादी के बराबर भारतीय रोज रेल की यात्रा करते हैं। समय के साथ देश में रेलवे का तेजी से विकास हुआ। अब इसी क्रम में भारतीय सरकार ने देश के रेल तंत्र को अत्याधुिक बनाने का संकल्प लिया। देश के अन्य भू-भाग में स्थित प्रमुख स्टेशनों के अपग्रेड के साथ भारत सरकार ने बिलासपुर रेलवे जोन के चुनिंदा स्टेशनों को अपग्रेड का एलान किया। इसमें जोन के 16 प्रमुख स्टेशन समेत बिलासपुर स्टेशन प्रमुख रूप से शामिल है। 392 करोड़ खर्च किया जाएगा
भारत सरकार के रेल मंत्रालय ने अमृत भारत स्टेशन महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधा प्रदान करने का संकल्प लिया है। योजना के तहत स्टेशनों के पुनर्विकास के कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में बिलासपुर रेलवे स्टेशन को 392 करोड़ रुपए की लागत से पुनर्विकसित किया जा रहा है |
योजनानुसार यात्री सुविधाओं को उन्नत किया जाएगा। भीड़ प्रबंधन में सुधार लाने को लेकर स्टेशन परिसर को आधुनिक किया जाएगा। विकास कार्य के दौरान पर्यावरण अनुकूल का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इसमें अत्याधुनिक प्रतीक्षालय,सुरक्षा, स्वच्छता और हरित क्षेत्रों का ध्यान रखा जाएगा।आधुनिक और पुरातन की जुगलब्दी बिलासपुर शहर के दोनों किनारों को एकीकृत कर स्टेशन को सिटी सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है । स्टेशन भवन निर्माण और डिजाइन में छतीसगढ़ संस्कृति, विरासत और वास्तुाकला का विशेष ध्यान रखा गया है। जो अपने आप में देश के लिए मिसाल साबित होगा। स्टेशन अपग्रेडेशन के दौरान इस बात को ध्यान रखा जाएगा कि एक सदी पुराने ऐतिहासिक बिल्डिंग को संरक्षित रखा जाएगा। जिससे आधुनिक विकास के साथ ही धरोहर को सुरक्षित रखा जा सकेगा।
जोन रेल प्रशासन ने बताया कि 6051 मीटर काँन्कोर्स में एकसाथ लगभग 800 यात्रियों के बैठने की सुविधा होगी। काफी बड़ा वेटिंग एरिया होगा। 1150 से अधिक वाहनों के लिए लगभग 28 हजार वर्ग मीटर पार्किंग एरिया होगा। बेहतर भीड़ प्रबंधन हेतु स्टेशन में प्रवेश और निकास के अलग-अलग मार्ग होंगे। अपग्रेडेशन क्रम में तीन नए फुट चौड़े ओवरब्रिज होंगे। दो स्टेशन प्रवेश के लिए और एक स्टेशन से निकास के लिए। इसके अलावा 1700 वर्ग मीटर का कमर्शियल एरिया भी होगा। इसमें व्यवसायिक प्रतिष्ठान और दुकाने होगी।
पर्यावरण और क्लीन एनर्जी पर फोकस बुजुर्गों तथा दिव्याङ्ग यात्रियों की विशेष सुविधा के लिए 30 लिफ्ट और 22 एस्केलेटर बनाए जाएंगे । यात्रियों को एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म जाने में आसानी होगी। पार्सल सर्विस को यात्री आवागमन एरिया से अलग रखा गया है। पर्यावरण संरक्षण के लिए क्लीन एनर्जी के महत्व को ध्यान रखा गया है। स्टेशन की छतों पर 20500 वर्ग मीटर में 1200 किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया जाएगा। जल संरक्षण के लिए 16 पिट्स में 97 हजार लीटर क्षमता के रेन वाटर हार्वेस्टिंग और इमरजेंसी पावर बेक-अप के साथ फायर फाइटिंग स्थापित किए जाएंगे ।
यात्रियों को खान पीन की विशेष सुविधा इसके अलावा अत्याधुनिक स्टेशन में यात्रियों के लिए खान-पान, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट, वॉशरूम, कवर शेड, स्टैंडर्ड साइनेज शामिल है । बिलासपुर स्टेशन को विश्वस्तरीय रूप दिया जाएगा। प्राकृतिक रौशनी और वेंटिलेशन का विशेष प्रावधान होगा। पुनर्विकास के बाद बिलासपुर स्टेशन हाईटेक यात्री सुविधाओं के साथ टेक्नोलॉजी, स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का आकर्षक केंद्र बनेगा
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