भारतीय रेलवे ने टिकटों के आरक्षण के नियमों में आज यानी 10 अक्टूबर से बड़ा बदलाव किया है। नए बदलाव के तहत अब ट्रेनों में टिकट आरक्षण का दूसरा चार्ट (Reservation Chart) ट्रेन के स्टेशन से चलने के आधे घंटे पहले जारी किया जाएगा। बता दें कि पिछले कुछ महीने से कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए रेलवे ने यह समय दो घंटे कर दिया था।
ट्रैन चलने से आधे घंटे पहले रिजर्वेशन करने की सुविधा
अब ट्रेन चलने से आधे घंटे पहले तक रिजर्वेशन कराने की सुविधा भी मिलेगी। यह सुविधा करंट बुकिंग काउंटर और आनलाइन दोनों पर उपलब्ध रहेगी। अनलॉक शुरू होने के बाद रेल प्रशासन ने कुछ ट्रेनों को चलाना शुरू कर दिया है। धीरे-धीरे ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा रही है। स्पेशल ट्रेन के लिए प्रथम चार्ट ट्रेन चलने के चार घंटे पहले बनाई जाती है। चार घंटे पहले तक बुकिंग काउंटर से टिकट लिया जा सकता है और वापस किया जाता है। प्रथम चार्ट बनने के बाद जो बर्थ खाली रह जाती है, ट्रेन चलने के दो घंटे पहले तक यात्री उस पर आनलाइन रिजर्वेशन टिकट ले सकते हैं। वर्तमान व्यवस्था में कई स्पेशल ट्रेन में बर्थ खाली होती है, अंतिम समय में यात्री रिजर्वेशन टिकट नहीं ले पाते हैंं।
ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों सुविधा ले सकते हैं
रेल प्रशासन 10 अक्टूबर यानी आज से व्यवस्था बदल दिया है। ट्रेन चलने से पहले प्रथम आरक्षण चार्ट चार घंटे पहले बनाया जाएगा। दूसरा चार्ट ट्रेन चलने से आधे घंटे पहले तक बनेगा। यात्री खाली बर्थ पर रिजर्वेशन करा सकते हैं और टिकट भी वापस करा सकते हैं। जिस स्टेशन पर करंट बुकिंग काउंटर है, यात्री वहां से टिकट खरीद सकते हैं। ई टिकट ले सकते हैं। यानी यात्री ट्रेन पकड़ने के लिए घर से निकले के बाद मोबाइल से ई आरक्षण टिकट ले सकते हैं। रेलवे की इस सुविधा से ऐसे लोगों को विशेष मदद मिलेगी जिन्हें किसी विशेष आपात स्थितियों में ट्रेन से यात्रा करना पड़ती है।
बता दें कि भारतीय रेलवे ने 25 मार्च से राष्ट्रीय लॉकडाउन के चलते सभी यात्री ट्रेन सेवाएं निलंबित कर दी थी। हालांकि, उसने चरणबद्ध तरीके से अपनी सेवाएं बहाल की, जिसकी शुरुआत एक मई से प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल शुरू करने से हुई।
त्योहारी सीजन में रेलवे चलाएगा 200 ट्रेनें
त्योहारी मौसम में कितनी ट्रेनें चलाई जाएंगी इसे लेकर मीडिया में तमाम अटकलें लगाई जा रही थीं, जिसे कुछ दिन पहले ही रेलवे ने साफ कर दिया। कहीं से ये खबर आ रही थी कि 100 ट्रेनें चलेंगे तो कहीं से 50 ट्रेनें चलाने की खबर आ रही थी। रेल बोर्ड के चेयरमैन ने साफ कर चुके हैं कि त्योहारी मौसम में अक्टूबर से नवंबर के बीच 200 से भी अधिक ट्रेनें चलाई जाएंगी और जरूरत पड़ी तो इनकी संख्या और भी बढ़ाई जा सकती है।
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