कोटा – कोटा थाना में छापे के बाद आधी इमारती लकड़ियां अपने घर में रखने के आरोप में कोटा थाने के एसआई व एएसआई को एसपी ने सस्पेंड कर दिया है। कोटा थाना में प्रशिक्षु आईपीएस गौरव राय ने कार्रवाई के बाद आरा मशीन व लकड़ियों को वन विभाग काे सुपुर्द करने के लिए कहा था पर दोनों ने ऐसा नहीं किया। 28 नवंबर को कोटा क्षेत्र के ग्राम लमकेना के चार लोगों के घरों से अवैध रूप से बड़ी संख्या में इमारती लकड़ी होने व बेचने की शिकायत मिली थी। टीआई प्रशिक्षु आईपीएस गौरव राय ने पुलिस टीम के साथ छापा मारा था और वहां से आरा मशीन व इमारती लकड़ियां व इनसे बने फर्नीचर जब्त किए थे। सभी को कब्जे में लिया गया था। इस दौरान कोटा थाने के एसआई मिलन सिंह व एएसआई संतोष पात्रे को जब्त लकड़ियां व आरा मशीन को वन विभाग के सुपुर्द करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बाद में आईपीएस ने उसने पूछा तो उन्होंने सभी को वन विभाग काे सुपुर्द करने की जानकारी दी थी। इस बीच उन्हें कुछ लकड़ियों को कोटा थाना के संवेदना केंद्र व थाना परिसर में स्थित सरकारी आवास जिसमें वर्तमान में एएसआई संतोष पात्रे रहते हैं वहां रखे होने की सूचना मिली। आईपीएस वहां गए और तस्दीक की। संवेदना केंद्र के भीतर व लकड़ियां रखी मिलीं। एसआई व एएसआई ने मिलकर ऐसा किया था। दोनों ने ही आईपीएस को गलत जानकारी दी थी। उन्होंने एसपी को उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन भेजा था। सोमवार को एसपी ने एसआई व एएसआई को सस्पेंड कर दिया।
Advertisement
Advertisement