रतनपुर-आजादी का अमृत महोत्सव में 15 अगस्त को संजय गांधी जलाशय खूंटाघाट में भी भीड़ उमड़ी थी। लेकिन इसके मद्देनजर स्थानीय पुलिस ने व्यापक व्यवस्था नहीं की गई थी। लिहाजा सुबह से भीड़ प्रबंधन के इंतजाम ध्वस्त नजर आए। उत्साही युवक बैरिकेड कूदकर वेस्ट वियर में पहुंच गए। इस बीच सैकड़ों की भीड़ को संभालने आरक्षक मौके पर मौजूद थे। दुर्घटना की आशंका पर मौके पर तैनात जवानों ने युवकों को वहां से खदेड़ने के लिए लाठी बरसाना शुरू कर दिया। इससे वेस्ट वियर के उपर बने सकरे पुल में भगदड़ शुरू हो गया हालांकि इस बीच किसी भी प्रकार की अनहोनी घटना नहीं घटी। लेकिन अचानक पुलिस द्वारा लाठी चार्ज से युवकों के वेस्ट वियर में गिरने की संभावना ज्यादा थी। इसके बावजूद भीड़ प्रबंधन के इंतजाम में तैनात आरक्षक ने पर्यटकों को व्यवस्थित करने के लिए कई बार लाठियां बरसाई। अब इसका वीडियो वायरल हो रहा है। मामले में एडिशनल एसपी ग्रामीण रोहित झा ने बताया कि भीड़ को देखते हुए हल्का बल प्रयोग किया गया है। लाठीचार्ज ऐसी कोई बात नहीं है। दुर्घटना की आशंका पर युवकों को बचाने के लिए जवानों ने बल प्रयोग किया है।
पूर्व में हुई घटना से नहीं ली सबक..
मालूम हो की तीन साल पहले ग्राम नेवसा के एक ग्रामीण वेस्ट वेयर से कूद गया था। जिसे करीब 18 घंटे की कड़ी मेहनत के बावजूद उसका रेस्क्यू नहीं किया जा सका था हालांकि बाद में जिला प्रशासन ने वायु सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से उसे बाहर निकाला था। इसके बाद से वेस्ट वेयर शुरू होते ही हर साल दोनों और बैरिकेडिंग की जाती है। लेकिन भीड़ प्रबंधन के इंतजाम को लेकर स्थानीय प्रशासन द्वारा केवल खाना पूर्ति ही की जाती रही है। जिससे हमेशा बड़ी अनहोनी होने की संभावना बनी रहती है।
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