बिलासपुर – जज्बा है तो जिंदगी है इस स्लोगन को सत्य करने जज्बा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी के कर्मठ पदाधिकारी निरंतर संघर्षरत रहते है। यह इनकी जिम्मेदारी कहे या फिर मजबूरी..! जहां जिले के ब्लड बैंक के कंठ सूखे हुए हैं तो वही इसको लेकर प्रशासनिक स्तर पर कोई भी उचित पहल नहीं की जा रही है लिहाजा आज भी जरूरतमंद मरीज रक्त के एक-एक कतरे के लिए भटकने मजबूर हैं जज्बा की टीम हमेशा ही विशेष अवसरों पर रक्तदान शिविर का आयोजन कर जिले अपितु अंचल के मरीजों को ब्लड उपलब्ध कराते है, इसी कड़ी में रविवार को भी संत शिरोमणि गुरु बाबा घासीदास जी के जयंती उपलक्ष्य के मद्देनजर स्वैच्छिक रक्तदान का आयोजन अपोलो हॉस्पिटल में किया गया था। उक्त शिविर आयोजन का मुख्य उद्देश्य हमेशा की तरह थैलासीमिया पीड़ित बच्चों को मदद पहुंचाना और ज़रूरतमंद मरीज़ों को मुसीबत में राहत पहुंचाना है। इसी कड़ी में इस बार का रक्तदान शिविर अपोलो हॉस्पिटल के ब्लड बैंक के लिए आयोजित किया गया ताकि वहाँ भर्ती होने वाले बाहर के मरीजों को ब्लड के लिए भटकना ना पड़े और किसी ऑपरेशन या कैंसर से जूझ रहे मरीज़ों को भी राहत मिल सके। शिविर समापन के बाद प्रदेश अध्यक्ष सतनामी समाज और समस्त सतनामी समाज के युवाओं द्वारा अपोलो ब्लड बैंक इंचार्ज और जज़्बा के संयोजक का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया और उनके द्वारा मानवहित में किये जा रहे कार्यों की सराहना की। आप को बता दें कि जज़्बा संस्था छत्तीसगढ़ की एकमात्र ऐसी संस्था है। अकेलेे ही विगत कई वर्षों से लगातार थैलासीमिया जागरूकता अभियान चला रही है , 100 से ज़्यादा रक्तदान शिविरों का आयोजन कर चुकी है , हज़ारो मरीज़ों की जान बचा चुकी है। उक्त शिविर को सफल बनाने संयोजक संजय मतलानी , अध्यक्ष विनय जेपी वर्मा , उपाध्यक्ष महेंद्र कुमार चतुर्थी , मो. कलाम खान , शुभम प्रेमानी , डॉ. हितेश भारद्वाज ( जिला हॉस्पिटल बिलासपुर ) , मनप्रीत कौर खनूजा , कोमल कुमार कश्यप , पूजा प्रभुवानी अहम योगदान दिया है।
रक्तदाताओं को किया गया सम्मानित..
वैसे तो रक्तदान सबसे सर्वश्रेष्ठ दान की श्रेणी में आता है। फिरभी युवाओं को हौसला अफजाई के लिए जज्बा की टीम ने अपोलो में आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में पहुंच कर रक्तदान करने वाले रक्त दाताओं को सम्मानित करते हुए स्मृति चिन्ह व प्रशंसा पत्र प्रदान किया।
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