बिलासपुर/ज़िला कांग्रेस कमेटी ( शहर/ग्रामीण ) ने 18 दिसम्बर को कांग्रेस भवन में छत्तीसगढ़ के सन्त शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास की 265 वी अवतरण दिवस मनाया और उनकी छायाचित्र पर माल्यार्पण किया गया ।
इस दौरान शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि सन्त किसी वर्ग,जाति,धर्म विशेष के नही होते ,वो पूरे समाज के पथप्रदर्शक होते है ,उनके सिद्धान्त मानव कल्याण के लिए होता है ,छत्तीसगढ़ के सन्त शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास के 7 सिद्धान्त को आत्मसात कर ,जीवन को सफल बना सकते है ,वर्तमान परिवेश में समाज मे जो विकृतियां दिख रही है ,व्यभिचार,नशाखोरी,जुआ ,चोरी, सट्टा ,जीव हत्या,मांसाहार,जातपात का भेद ,उन्हें सतनाम पर विश्वास कर दूर किया जा सकता है और एक खुशहाल समाज का निर्माण किया जा सकता है ।
वही सैय्यद ज़फ़र अली,हरीश तिवारी,एसएल रात्रे ने कहा कि सतनामी समाज का इतिहास 1762 में पंजाब मुगल शासक औरंगजेब के साथ सतनामी विद्रोह से भी पहले का है ,जो लोग सत्य के मार्ग पर चलकर अपनी जीवन व्यतीत करते थे , धीरे धीरे भारत के अन्य प्रान्तों में फैल गए ,उन्ही में से एक परिवार महानदी के किनारे आ बसा और 18 दिसम्बर 1756 को बाबा गुरु घासीदास जी का जन्म हुआ ,जिन्हें ईश्वरीय कृपा से आत्मज्ञान प्राप्त हुआ और बाबा एक सन्त के रूप में सामाजिक कुरूतियो को दूर करने का बीड़ा उठाया ,बाबा के सिद्धान्तों को उनके अनुयायी पंथी गीत और नृत्य के माध्यम से जनता तक पहुंचाते है ,
कार्यक्रम को माधव ओत्तालवार,ऋषि पांडेय,अनिल सिंह चौहान,विनोद साहू, सिंह,शिल्पी तिवारी,तरुणी सारथी,सावित्री सोनी, ने भी सम्बोधित किया।
कार्यक्रम में शहर अध्यक्ष विजय पांडेय,ज़फ़र अली,हरीश तिवारी,एसएल रात्रे,विनोद शर्मा,माधव ओत्तालवार,त्रिभुवन कश्यप,शहर प्रवक्ता ऋषि पांडेय,अनिल सिंह चौहान, विनोद साहू,सुभाष ठाकुर,सीमा पांडेय,सीमा घृतेश,आशा सिंह,शिल्पी तिवारी, रणजीत खनूजा,अजय तिवारी,प्रशांत पांडेय,राजेन्द्र वर्मा,रामचन्द्र क्षत्री,अन्नपूर्णा,सावित्री सोनी,अफ़रोज़ बेगम,मनीषा श्रीवास,महिपाल,सुदेश नन्दिनी,तरुणी सारथी,सुभाष सराफ,वीरेंद्र सारथी,राजेश शर्मा,मोती कुर्रे,हरीश चेलकर, मनोजशर्मा, कमल गुप्ता,सूर्यमणि तिवारी,अर्जुनसिंह,दिनेश सूर्यवंशी,अजय काले,आरिफ शेख,गजेंद्र श्रीवास्तव,सन्नी बेंजामिन,उत्तर सक्सेना,जगदीश सोनी,लक्ष्मी जांगड़े,छोटू मोइत्रा,दीपक रायचुरा,विजय दुबे,आदि उपस्थित थे ।
Advertisement
Advertisement