छत्तीशगढ़- प्रदेश में निजी आशियाने बनाने के साथ रियल एस्टेट और सरकारी निर्माण कार्यों पर रेत की महंगाई का बड़ा असर जल्द दिखने वाला है।
रेत उत्खनन पर 5 दिनों बाद मानसूनी लॉक लगने वाला है ।इस लॉकडाउन के पहले रेत का जमकर भंडारण किया जा रहा है ।ताकि जरूरतमंदों से ज्यादा कीमत वसूल की जा सके।
पहले ही रेत की कीमत ज्यादा होने से आम आदमी के लिए घर बनाना महंगा हो गया है। अब कालाबाज़ारी की और मार पड़ने वाली है। आमतौर पर बारिश में 50 फीसदी से ज्यादा काम बंद हो जाते हैं। लेकिन जिनके काम जरूरी होते हैं उनके काम चलते रहते हैं ।उनको अपने काम के लिए कीमत भी ज्यादा देनी पड़ती है।
रेत का उत्खनन और परिवहन वैसे भी करोना के कहर के कारण लगे लॉकडाउन में 1 माह से ज्यादा समय तक प्रभावित रहा है। इसकी वजह से रेत का परिवहन करने वालों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है ।
ऐसे में रेत का परिवहन करने वालों ने मांग रखी है कि जून में कम से कम 15 दिनों तक रेत खदानों से उत्खनन परिवहन करने की मंजूरी दी जाए।
लेकिन शासन ने फ़िलहाल इस मांग पर कोई फैसला नहीं किया है। जानकारों की मानें तो मांग पूरी होने की संभावना भी नहीं है।
राजा मनीष मनसागर
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