मदर्स डे – मां और बच्चे का रिश्ता दुनिया के सबसे खूबसूरत रिश्तों में से एक है। कहा जाता है कि भगवान हर जगह नहीं पहुंच सकते इसलिए उसने मां को अपने रूप में भेजा है।
- कुछ ऐसी ही दिल को छू लेने वाली कहानियां….
- कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच मां और ड्यूटी दोनों का फर्ज निभा रही फ्रंट लाइनर, मदर्स-डे पर हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कोरोना महामारी के दौर में अपनी पुलिस की ड्यूटी के साथ ही मां का फर्ज भी निभा रही हैं। दोहरी भूमिका निभाने वाली इस महिला का नाम निशा है। जब भी निशा ड्यूटी पर जाती हैं तो अपने बेटे को भी साथ रखती हैं और पूूरी ईमानदारी से ड्यूटी के साथ बेटे का भी अच्छे से ख्याल रखती हैं।
- 54 कोविड पॉजिटिव नवजातों को छाती से लगाकर उन्हें जिंदगी देने का काम कर रही हैं नर्सें….कोरोना के कठिन समय में मां और ममता का ऐसा ही रूप राजधानी के आंबेडकर अस्पताल में अहसास किया जा सकता है। कोविड पॉजिटिव मां के नवजातों को सहेजने, पोसने और उन्हें जिंदगी देने का काम नर्सें कर रही हैं। खुद पीपीई किट पहने हुए, पसीने में तरबतर घंटों इन बच्चों की निगरानी करती रहती हैं, ताकि ये नन्ही जान कोरोना से जंग जीत सके। बच्चों को दूध पिलाने, ट्यूब से खाना देने, हर पल उनके ऑक्सीजन लेवल सहित कई चीजों की मॉनिटरिंग वे 24 घंटे करती रहती हैं।
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