बिलासपुर-28 जनवरी 2022 को एसईसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक का पदभार ग्रहण करने वाले प्रेम सागर मिश्रा वर्ष 1987 में कोलइण्डिया की अनुषंगी कम्पनी एसईसीएल में शामिल हुए और सोलह वर्षों से अधिक समय तक इस कम्पनी की कई खानों में विभिन्न प्रबंधकीय क्षमताओं में कार्य किया है।
लगभग पाँच वर्षों तक सेन्ट्रल कोलफील्ड्स लिमिटैड की विभिन्न ओपन कास्ट खानों में उपमुख्य खनन अभियंता/परियोजना अधिकारी के रूप में कार्य किया है।
जून 2008 में बीसीसीएल में पदस्थापना दौरान ब्लाॅक-।। क्षेत्र के महाप्रबंधक और बरौरा क्षेत्र के महाप्रबंधक के रूप में अपनी सेवाएँ दी हैं।
नवंबर 2015 में श्री मिश्रा उड़ीसा मिनरल्स डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड के निदेशक (उत्पादन और योजना) के पद पर चयनित हुए।
वर्ष 1987 में इंडियन स्कूल ऑफ़ माइन्स, धनबाद से बी.टेक. (खनन) की उपाधि प्राप्त की। आपने वेस्ट बंगाल नेशनल यूनिवर्सिटी आॅफ ज्यूडिशियल साईन्सेस से बिजनेस लाॅ में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा हासिल की
’’काॅरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी इनिशिएटिव्स का प्रभाव मूल्यांकन-भारत में कोयला खनन उद्योग के परिप्रेक्ष्य में केस स्टडी’’ शोध के विषय पर आईआईटी (आईएसएम) धनबाद से प्रबंधन अध्ययन में पीएचडी कर रहे हैं। लगभग साढ़े तीन वर्षों से अधिक समय तक कोलइण्डिया की अनुषंगी कम्पनी ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक रहे हैं।
वर्ष 2014 में आईआईएम कोलकाता, सेंट गैलेन विश्वविद्यालय स्विट्जरलैंड और एसेक बिजनेस स्कूल पेरिस फ्रांस में आयोजित उन्नत प्रबंधन कार्यक्रम में भाग लिया है। विश्व खनन कांग्रेस 2011 में इस्तांबुल (तुर्की) में भाग लेने के लिए सीआईएल प्रतिनिधिमंडल के हिस्सा थे। आपने प्रशासनिक स्टाॅफ काॅलेज, हैदराबाद में प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम और एलबीएसएनएए मसूरी में आईआईसीएम द्वारा नामित उन्नत प्रबंधन कार्यक्रमों में भी भाग लिया है। विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों, नेतृत्व, निर्णय लेने, परियोजना प्रबंधन और अन्य प्रबंधकीय और तकनीकी विषयों पर आयोजित कार्यशालाओं में भाग लिया है।
प्रेम सागर मिश्रा राष्ट्रीय कार्मिक प्रबंधन संस्थान (एनआईपीएम), भारतीय सामग्री प्रबंधन संस्थान (आईआईएमएम), भारतीय खान प्रबंधक संघों (आईएमएमए), भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (आईआईपीए), इण्डियन माईनिंग एण्ड इंजीनियरिंग फोरम (आईएमईएफ) और फेलो आफ इन्सटिट्यूट आफ इंजीनियर्स (एफआईई) के सक्रिय सदस्य भी हैं। वर्ष 2010 से 2014 तक आईएसएम छात्र संघ के महासचिव और वर्ष 2011 से 2015 तक एमजीएमआई धनबाद शाखा के महासचिव रहे। विभिन्न स्तरों पर कई सम्मेलनों और संगोष्ठियों का सफलतापूर्वक आयोजन भी किया है।
कुशल नेतृत्व क्षमता के धनी श्री मिश्रा ने उत्पादन, सुरक्षा, लाभ, स्टाॅक परिसमापन, ओव्हरबर्डन रिमूवल और पारिस्थिकी बहाली के लिए कई पुरस्कार जीते हैं। बीसीसीएल के बरोरा क्षेत्र में कोयला पर्यटन की अवधारणा को संकल्पित और कार्यान्वित किया है।
वाद-विवाद, निबंध लेखन, एथलेटिक्स और अन्य कई पाठ्येत्तर गतिविधियों में पुरस्कार जीते हैं। फरवरी 2019 में वल्र्ड एचआरडी कांग्रेस द्वारा प्रतिष्ठित ’’सीईओ विद एचआर ओरिएंटेशन’’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
जनवरी 2020 में इण्डियन माईन मैनेजर्स एसोसिएशन (आईएमएमए) द्वारा ’’एक्सीलेंस अवार्ड’’ दिया गया। ’’आर्थिक अध्ययन संस्थान’’ ने आपको मार्च 2020 में ’’लीडरशिप इनोवेशन एक्सीलेंस अवार्ड 2020 और उद्योग रत्न अवार्ड’’ जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा है।
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